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Wednesday, April 19, 2017

देवरिया, उत्तर प्रदेश

देवरिया, उत्तर प्रदेश

देवरिया भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश  का एक जिला है। जिले का मुख्यालय देवरिया है। देवरिया ज़िला गन्‍ने की खेती और चीनी मिलों के लिए प्रस‍िध्‍द है। यहां की फसलों में धान, गेहूँ, जौ, बाजरा, चना, मटर, अरहर, तिल, सरसों इत्यादि प्रमुख हैं। गंडक, तथा घाघरा इस जिले से हो कर बहती हैं। गंडक नदी एक पौराणिक नदी है; इसका पौराणिक नाम हिरण्यावती है। इन नदियों का यहॉ की सिंचाई में महत्वपूर्ण योगदान है। सिंचाई के अन्य साधनों में नहरें एवं नलकूप प्रमुख हैं।

सांस्कृतिक पहलू :- 

यहॉ बोली जाने वाली बोली भोजपुरी है। जो यहॉ की एक लोकप्रिय बोली है। यहॉ की संस्कृति एवं लोक कला में भोजपुरी की छाप स्पष्ट रूप से दिखती है। यहॉ गाए जाने वाले लोक गीतों में कजरी, सोहर, फगुआ या फाग़ महत्वपूर्ण हैं।
देवरिया से मात्र 27 किमी दूर कुशीनगर में महात्‍मा बुघ्‍द की समाधि स्थित है। यहीं पर भगवान बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ। वर्तमान मे यह कुशीनगर जिले मे स्थित है। देवरिया शहर बेहतर रेल एवं सड़क यातायात से जुडा़ हुआ है। इस शहर को ब्रॉड गे़ज की रेल लाइन देश के अन्य शहरों से जोड़ती है। देवरिया डाक मन्डल देवरिया तथा पडरौना जिलो की डाक व्यवस्था देखती है।
इस जनपद की बोली भोजपुरी   है। देवरिया जनपद में मुख्य रूप से हिन्दी बोली जाती है। देवरिया जनपद की कुल जनसंख्या की लगभग ९९ प्रतिशत जनता हिन्दी, लगभग ०.५ प्रतिशत जनता उर्दू और ०.५ प्रतिशत जनता के बातचीत का माध्यम अन्य भाषाएँ हैं। बोली की बात करें तो ग्रामीण जनता के साथ-साथ अधिकांश शहरी जनता भी प्रेम की बोली भोजपुरी बोलती है। कुल जनसंख्या की दृष्टि से इस जनपद में लगभग ९५ प्रतिशत हिन्दू, लगभग ५ प्रतिशत मुस्लिम और अन्य धर्म को मानने वाले हैं

नदियाँ :-

घाघरा, राप्ती और छोटी गंडक (नदियाँ) देवरिया जनपद की मुख्य नदियाँ हैं।

प्रमुख कस्बे  :-

देवरिया जनपद के जाने-माने शहरों में देवरिया, (बरियारपुर ) (खजुरिया) (महुआपाटन) नोनापार बैतालपुर, गौरीबाजार, रामपुर कारखाना, पाण्डेय चक,रामपुर लाला (बलियवा), पथरदेवा, तरकुलवा, रुद्रपुर, बरहज भलुअनी, भाटपाररानी, बनकटा, सलेमपुर, लार, भागलपुर, भटनी, महेन, घांटी, जगरनाथ छपरा, सरयां आदि हैं। 


 

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